Top 10 Bad Habits in Hindi| 10 बुरी आदतें

दोस्तों, जीवन मे हम कितनी तरक्की करेंगे, कितने कामयाब होंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारी आदतें कितनी अच्छी हैं। पर दोस्तों Top 10 Bad Habits मेंहम आपको जिन 10 बुरी आदतों के बारे में बताएंगे, वो कुछ ऐसी आदतें हैं , जिनके आप कही न कही जरूर परेशान होंगे।

Top 10 Bad Habits में बताई गई आदतों से यदि आपने छुटकारा पा गए तो समझिए आपकी आधी परेशानी तो खत्म हो गई। तो चलिये देखते हैं, क्या है वो Top 10 Bad Habits.

Top 10 Bad Habits


पहले ही अलार्म पर न उठना.

दोस्तों नींद किसे प्यारी नही होती है, खासकर जब ठंडी का मौसम हो तो नींद और भी ज्यादा अच्छी लगने लगती है। लेकिन दोस्तों हम सब यह भी जानते हैं कि सुबह उठना स्वास्थ्य के लिये कितना लाभदायक होता है। इसीलिए हम सब सुबह 5 बजे या 6 बजे या अपनी सुविधानुसार किसी टाइम पर अलार्म लगाकर सोते हैं, ताकि सही वक्त पर उठ सके। लेकिन जैसे ही सुबह अलार्म उस वक़्त बजता है तो हम में से अधिकतर उस अलार्म को बंद करके फिर थोड़ी देर के लिए सो जाते हैं। 

सुबह जल्दी कैसे उठे?

यदि आप भी इस आदत के शिकार हैं तो तुरंत इस आदत को छोंड़ दे, वरना आपका पूरा दिन बर्बाद होने वाला है। असल मे जब हम अलार्म बंद करके दोबारा सोते हैं तो दिमाग फिर से लंबे वक्त के लिए नींद में जाने की सोच लेता है।

लेकिन जब कुछ देर बाद दोबारा अलार्म बजता है और हम उठते हैं तो हमारे दिमाग को यह लगता है कि नीदं पूरी ही नही हुई है, और फिर दिन भर उबासी आती रहती है।

उठते ही कॉफ़ी पीना।

दोस्तों हम में से बहुत से लोगो को आदत होती है कि सुबह उठते ही हमे सबसे पहले चाय या कॉफी चाहिए। बेड टी या कॉफी का चलन बहुत अधिक बढ़ रहा है।



 लेकिन दोस्तों आपको सुबह सबसे पहले पानी का सेवन करना चाहिये। उठते ही 1-2 पानी जो कि कमरे के तापमान का हो पीना बहुत लाभदायक होता है। 

सुबह खाली पेट पानी से आपका कब्ज दूर होता है, दिल,दिमाग और शरीर के बाकी अंग सही से काम करते हैं। शरीर मे यदि कोई विषैले तत्व है तो वो भी पानी के जरिए निकल जाते हैं।

सुबह बिस्तर न बनाना।
हम में से बहुत से लोग सुबह उठने के बाद अपना बिस्तर सही से नही बनाते हैं क्योंकि हमको यह थोड़ा एक उबाऊ काम लगता है। 




पर क्या आपको पता है कि यदि आपमें यह आदत है तो आप कही न कही एक व्यवस्थित जीवन से दूर हैं। 

जो लोग सुबह उठने के बाद अपना बिस्तर बनाते हैं वो लोग अपने जीवन मे अधिक सफल होते हैं क्योंकि उनका दिमाग व्यवस्थित बनता है ऐसे काम से।

सुबह उठते ही मोबाइल देखना।
दोस्तों आजकल के लोगो के लिए सोशल साइट बहुत जरूरी हो गया है। वो हर वक़्त सोशल साइट के जरिए लोगो से जुड़े रहते हैं।



 अपने दोस्तों के अपडेट देखना, अपनी पिक्स पर लाइक कॉमेंट आदि देखना यह सबको अच्छा लगता है लेकिन सुबह उठते ही यह देखने से बचना चाहिए। जब हम सुबह उठते हैं तो उस वक़्त हमारी आँखे थोड़ा कमजोर रहती हैं। 

जब हम उठते ही मोबाइल देखते हैं तो हमारी आंखों पर जोर पड़ता है। जिससे आंखों में एक दर्द रहता है, और इस वजह से आंखे भी कमजोर हो सकती हैं।

पर्दे बंद करके सोना।

दोस्तो कुछ खराब आदतों में से एक पर्दे बंद करके सोना भी है। पर्दे बंद करके सोने के कारण सुबह का प्रकाश कमरे के अंदर नही पहुँच पाता है। 


वैज्ञानिकों के अनुसार सुबह का प्रकाश यदि कमरे तक जाता है तो आप बिना किसी अलार्म के सुबह उठ जाते हैं, और पूरे तरोताजा रहते हैं।

 वही प्रकाश के न आने पर आपके दिमाग को यह भ्रम रहता है कि अभी रात ही है, जिस वजह से उतनी ताजगी नही महसूस होती है।


उठते ही फ़ोन कॉल करना।

दोस्तों यदि आपको भी यह आदत है कि सुबह उठते ही आप सबसे पहले अपने किसी खास को कॉल करते हैं तो आपको यह आदत बदलनी चाहिए। 


क्योंकि कॉल के वक़्त आप जो भी बात करते हैं उसका प्रभाव पूरे दिन आपके दिमाग पर रहता है। इसलिए कोशिश करे कि सुबह किसी की बात सुनने की जगह कोई अच्छा सकारात्मक का ऑडिओ सुने, जिससे आप सकारात्मक रहे। 



इसके साथ ही सुबह किसी फ़ोन करना अच्छी बात भी नही मानी जाती है क्योंकि सुबह हर कोई अपनी दिनचर्या में व्यस्त रहता है।

 किसी को आफिस की जल्दी होती है तो किसी को अन्य किसी काम मे जाने की। ऐसे में आपका कॉल उसके लिए रुकावट बन सकता है।

शाम को कसरत करना।

हम में से बहुत से लोगों की आदत होती है कि वह सुबह की जगह शाम को कसरत करते हैं। पर आपको सुबह व्यायाम करने का जो फायदा मिलता है वह शाम के व्यायाम में नही मिलता है।

 सुबह व्यायाम करने से आपके दिमाग की क्षमता बढ़ती है।आपके काम ज्यादा व्यवस्थित तरीके से होते हैं, और जीवन मे ज्यादा संतुष्टि रहती है। 

सुबह की कसरत आपके शरीर के मांसपेशियों में भी एक खिंचाव पैदा करती है, जो कि सुबह केवक़्त जरूरी होता है। रात की लंबी नींद से मांसपेशियां जकड़ जाती हैं।

गर्म पानी से नहाना।
सुबह सुबह गर्म पानी से नहाना दोस्तो एक सुकूनदायक एहसास होता है, लेकिन आप यदि ठंडे पानी या नार्मल तापमान वाले पानी से नहाते हैं तो यह आपको ज्यादा फायदा करता है।


 गर्म पानी से नहाना वैसे तो अच्छा लगता है लेकिन सही मायने में यह शरीर के बाकी अंगों को तरोताजा नही करता है, जिसकी वजह से नहाने के बाद भी दिमाग को यह एहसास नही होता कि वह नहा चुका है और नींद आती रहती है।

 वही ठंडे पानी से नहाने से एक अलग तरह की ताजगी और खुशी का एहसास होता है।

जागने का टाइम निश्चित न होना।
दोस्तो आजकल हमारी दिनचर्या इतनी व्यस्त रहती है कि हमारे सोने जागने का कोई वक़्त निर्धारित नही रहता है। पर आपने यह तो सुना ही होगा कि हमेशा टाइम से सोना और जागना चाहिए। 


पर इसमे एक और बात जोड़ देते हैं कि हमेशा एक ही टाइम पर जागने की कोशिश करनी चाहिए। हर दिन उठने का वक़्त नही बदलना चाहिये। 

क्योंकि ऐसा करने से हमारे शरीर की जो घड़ी है, जिसको दिमाग कंट्रोल करता है वह सही से नही चलती है, और इस वजह से हमारे मन मे ताजगी नही रहती है।

सुबह उठते ही टीवी देखना
बहुत से लोगो की आदत होती है कि वह सुबह उठते ही टीवी देखने लगते हैं। लेकिन ऐसा नही करना चाहिए। 



क्योंकि ऐसा करने से आपका वक़्त ही बर्बाद हो रहा है। कई बार टीवी में हम कुछ ऐसी चीज़ें देख लेते हैं जो दिनभर हमारे दिमाग मे चलता रहता है। इसलिए यह करने से बचना चाहिए।




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